प्रदेश भर के ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल जारी
Apna Lakshya News
करीब 70 प्रतिशत ट्रांसपोर्टरों ने खड़े कर दिए वाहन
भोपाल। अपनी मांगों को लेकर राजधानी सहित प्रदेश भर के ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल जारी है। यह हडताल डीजल की कीमतों को कम करने और टैक्स घटाने सहित पांच सूत्रीय मांग को लेकर की जा रही है। करीब 70 प्रतिशत ट्रांसपोर्टरों ने छोटे व बड़े ट्रकों,डंपर,टैंकर खड़े कर दिए। 30 प्रतिशत ऐसे ट्रक चले जो प्रदेश से बाहर है। दो से तीन दिन में बाकी 30 प्रतिशत वाहनों के पहिए भी थम जाएंगे। मप्र के महानगर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर सहित सभी जिलों में भोपाल हड़ताल का असर दिखा। ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल के पहले दिन करीब 200 करोड़ पए का नुकसान होने का दावा किया है। ट्रांसपोर्टरों के मुताबिक प्रदेश में करीब 15 लाख मझौले व बड़े ट्रक,डंपर व टैंकर हैं।
इनमें 10.5 लाख मालवाहक वाहन नहीं चले। बाकी 4.5 लाख वाहन यूपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुराजत, महाराष्ट सहित अन्य प्रदेशों में संचालित होने के चलते बंद नहीं किए। प्रदेश की सीमा में आने के बाद ये वाहन भी बंद हो जाएंगे। मप्र ट्रक ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ व परिवहन विभाग के आला अधिकारियों से मिलने पर भी हमारी मांगें नहीं मानी गई। जिस कारण ट्रकों को खड़ा कर अनिश्चितकालीन समय के लिए हड़ताल शुरू कर दी है। करीब 15 ट्रांसपोर्टर परिवहन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह से मिलने गए थे, लेकिन रुपए उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल पर बढ़ाया गया 5 प्रतिशत वैट का फैसला कैबिनेट में लिया गया है, इसलिए बढ़े पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई कमी नहीं की जा सकती। पिछले दिनों मुख्यमंत्री से चर्चा विफल रहने के बाद प्रदेशभर के हजारों ट्रक- टैंकर व ट्रांसपोर्ट संचालकों ने हड़ताल का यह कदम उठाया है। इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती के मुताबिक सभी लोग परेशान हैं, इसलिए स्वेच्छा से हमारे साथ आए हैं। जिलों के छोटे ट्रांसपोर्टर्स जिनके पास एक या दो ट्रक हैं, उनके सहित मुख्यमंत्री पेट्रोल-डीजल के टैंकर संचालक भी हमारे साथ आ गए हैं। ट्रांसपोर्टर्स ने माल निर्देश बुक नहीं किया है।