सोन नदी पर हो रहे अवैध उत्खनन में राजस्व, सोन घड़ियाल,माइनिंग और पुलिस की रही संयुक्त कार्यवाही।
दैनिक अपना लक्ष्य
By : Nilesh Dwivedi
शहडोल:- ब्यौहारी एसडीएम पी.के. पाण्डेय के नेतृत्व में लॉक डाउन के दौरान सोन नदी से रेत का अवैध उत्खनन करते नौघटा पुल के पास से संयुक्त कार्यवाही कर तीन ट्रैक्टर दबोच लिए गए। मिली जानकारी अनुसार आज लगभग 3:30 बजे दिन नौघटा पुल से सोन नदी पर हो रहे अवैध उत्खनन में राजस्व, सोन घड़ियाल,माइनिंग और पुलिस की रही संयुक्त कार्यवाही।
इस कार्यवाही में ब्यौहारी एसडीएम पी.के.पांडेय, एसडीओपी ब्यौहारी भविष्य भास्कर,थाना प्रभारी देवलोंद जालम सिंह,सब इंस्पेक्टर विजय सिंह व उनकी टीम,नगर पालिका ब्यौहारी सीएमओ जयदीप,दीपांकर,माइनिंग इंस्पेक्टर समयलाल गुप्ता,सोन घड़ियाल की टीम आदि सभी थे मौके पर मौजूद।
नौघटा पुल के पास लगातार हो रहे रेत के अवैध उत्खनन पर पिछले एक माह में शायद यह आज तीसरी बड़ी कार्यवाही है जिसमे रेत से भरे हुए तीन ट्रैक्टर ट्राली सहित जप्त किए गए है लेकिन फिर भी रेत माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद है क़ि उसके बाद भी लगातार प्रशासन को खुली चुनौती दे रहे है और कार्यवाही होने के बाद भी दिन-रात सोन नदी पर ट्रैक्टर-हाईवा वाहन द्वारा अवैध रेत उत्खनन करके पूरा परिवहन किया जाता है जिसमें कही न कही यह प्रशासन के लिए इस अवैध उत्खनन को बंद कराने हेतु एक बड़ी चुनौती है लेकिन अभी तक इस अवैध उत्खनन को रोकने के लिए शहडोल जिले के ब्यौहारी की राजस्व,पुलिस,मायनिंग की टीम द्वारा ही पूरी कार्यवाही की गयी है जब कि यह सतना जिले का बार्डर भी है और सबसे ज्यादा वाहन रेत के इस अवैध उत्खनन में सतना जिले के आसपास के निवासियों के है जिसमें सतना जिले के प्रशासन व रामनगर की टीम द्वारा आज तक एक बार भी कोई कार्यवाही नहीं की गयी,जब की पूरा परिवहन उनके इलाके में ही होता है जिससे कही न कही इस रेत के अवैध उत्खनन मामले में सतना जिले के प्रशासन व रामनगर की टीम पर एक सवाल जरूर उठता है कि किसके दवाब में और कौन इस रेत माफियाओं का बादशाह है जिसके आगे प्रशासन भी कार्यवाही में आगे न आकर मौन सहमति दे रखा है और आज तक सतना जिले के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने से एक तरफा शहडोल जिले की ब्यौहारी टीम को इसे बन्द कराने में इतनी मशक्कत करनी पड़ रही है।
इसीलिए रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि लगातार कार्यवाही करने के बाद भी यहाँ से रेत का अवैध उत्खनन पूरी तरह बंद नहीं हो पा रहा है जिसे बंद कराने में समस्या उत्पन्न हो रही है,